ज्योतिष - एक दर्पण
ज्योतिष का हमारे जीवन पर प्रभाव और ज्योतिष के माध्यम से जीवन की आगामी जानकारी
ज्योतिष के बारे में जितना भी कहा जाए कम है| मेरा मतलब है कि ज्योतिष आधुनिक युग में वरदान है| ज्योतिष वह आईना है जिस में झाँक कर हम कुछ भी जानने की कोशिश कर सकते हैं, या फिर काफी हद तक जान सकते हैं, बशर्ते हमें ज्योतिष का पूरा ज्ञान होना चाहिए, तभी यह संभव होगा|
ज्योतिष शुरू से ही शोध का विषय रहा है| इंसान काफी उन्नति कर चुका है और वह यह भी कहता है कि हम आधुनिकता के मामले में आसमान छू लेंगे पर फिर भी वह अपने भविष्य को जानने का इच्छुक रहा है| वह भविष्य जो पहले से ही लिखा जा चुका होता है, चाहे इंसान इस बात को माने या ना माने मगर यह सच है| अपने कर्म तक भी इंसान पहले से ही तय करा कर आता है| आपका खानपान, आपका रहन-सहन, आपका रंग-रूप, आपकी दुख-परेशानी, आपकी बोलचाल तक भी पहले से ही तय होती है| सब कुछ पहले ही तय हो जाता है जब इंसान जन्म लेता है, और इंसान ही नहीं इस धरती पर जन्म लेने वाली हर वह चीज़ चाहे वह पेड़ पौधे हों जानवर हों इमारतें हों या हमारी पृथ्वी हो हर किसी चीज़ का जन्म होता है इस ब्रह्मांड में और वह मिट भी जाती है अपना समय आने पर|
इस धरती पर कई विद्याएँ मौजूद हैं| गणित, विज्ञान, कला, वाणिज्य और नजाने क्या-क्या| इसी प्रकार ज्योतिष भी एक विज्ञान है| इन सभी विद्याओं पर शोध होते रहते हैं| बड़े-बड़े कॉलेज भी खुले हैं| हर विद्या का अपना सूत्र होता है| विज्ञान अपने सूत्रों से चलता है, और ज्योतिष विज्ञान अपने सूत्रों से, लेकिन ज्योतिष यह तय करके बता सकता है कि आप कौन सी विद्या में निपुण होंगे| हम उस विद्या में कहां तक कामयाबी पा सकेंगे| आज इस युग में हम अपनी बहुत सारी पुरानी धरोहर जैसे रहन-सहन के तरीके जिसे संस्कृति कहा जाता था, इलाज करने का तरीका जिससे आयुर्वेद कहां जाता था, सब कुछ पीछे छोड़ते जा रहे हैं| नजाने कहां जाना चाहता है इंसान| फिर भी इंसान कहता यही है ‘पहले जैसी बात नहीं रही है इस दुनिया में’|
आज विज्ञान कहां से कहां पहुंच गया है| वैज्ञानिक ग्रहों को देखने के लिए टेलिस्कोप का सहारा लेता है, यह बताने के लिए कि वह ग्रह कहां पर मौजूद है क्योंकि विज्ञान का यह सूत्र है - ‘पहले देखो फिर मानो’| वहीं एक ज्योतिष अपनी उंगली पर गिनता है और पंचांग उठाता है और बता देता है कि कौन सा ग्रह कहां पर है क्योंकि वह अपने सूत्रों से चलता है| कई हज़ार साल पहले हमारे ऋषि-मुनियों ने बता दिया था कि कौन सा ग्रह कहां और कितनी दूरी पर मौजूद है, तब ना तो कोई टेलीस्कोप होते थे और ना ही कोई टेक्नोलॉजी, होता था तो सिर्फ ग्रहों का गणित और उनकी गणना| आज जब वैज्ञानिकों ने इस पर शोध किया तो पाया सब सच था|
ज्योतिष एक समंदर है| इसमें जितने भी गोते खाए जाए कम है| मनुष्य के लिए ज्योतिष भगवान का वरदान है| ज्योतिष मनुष्य के लिए वरदान इसलिए है क्योंकि मानव-जीवन का आईना है - ज्योतिष| एक अच्छा ज्योतिषी इंसान की कुंडली देखकर बता सकता है कि वह क्या कर रहा है और क्या कर पाने में समर्थ है| ज्योतिषियों का विश्वास है कि खगोल पिंडों की चाल और उनकी स्थिति या तो पृथ्वी को सीधे तरीके से प्रभावित करती है या फिर किसी प्रकार से मानवीय पैमाने पर या मानव द्वारा अनुभव की जाने वाली घटनाओं से संबंध रखती है| 9 ग्रह, 12 राशियां और 27 नक्षत्र मिलकर किसी वस्तु विशेष के भविष्य का निर्माण करते हैं| दिन, समय, तारीख और जगह उसके भविष्य की नींव रखते हैं और उसके बाद ज्योतिष अपनी भूमिका निभाता है|
ज्योतिष विज्ञान आज अपनी बाहें फैलाए लोगों को बुला रहा है, और लोग जाने भी लगे हैं उस तरफ, और मानते भी हैं कि ज्योतिष एक दर्पण है उसके विश्वास का और पूरी सृष्टि का| ज्योतिष का किसी धर्म विशेष से कोई लेना देना नहीं है, क्योंकि सूर्य अपना प्रकाश सबको बराबर देता है चंद्रमा भी अपना प्रकाश सबको बराबर देता है| इसी प्रकार नौ के नौ ग्रह अपना असर सब पर बराबर डालते हैं| ठीक उसी प्रकार ज्योतिष भी सभी पर फलित किया जा सकता है|
ज्योतिष एक महान विद्या है क्योंकि इसमें ईश्वर है – यह एक ईश्वरीय विद्या है| मैं ज्योतिष के बारे में और भी लिखता रहूंगा| ज्योतिष के बारे में जितना भी लिखा जाए वह कम है|